बातें अपने दिल की
Monday, May 31, 2021

मैं कर्जदार हूँ

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 मैं कर्जदार हूँ  मैं अपनी मिट्टी का बेटा हूँ  बारह हजार किलोमीटर पार  तक  उस मिट्टी के गंध की बेचैनी थी  रात में,  दिन में, जागते हुए, नींद...
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Saturday, April 17, 2021

कहाँ है निगहबान??

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लुटता हुआ शहर, सिमटा हुआ मकाँ  लोग ये पूछे- "कहाँ  है निगहबान"  वक़्त की कालिख में घुला ज़िन्दगी का रंग  ये कौन सा कातिल है  कि  सब ...
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Tuesday, April 6, 2021

अपने ही अंतर का यह एक गान है

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    समय लगता हो गया है स्थिर व्याप्त चारों ओर हो चुका तिमिर विथित मन में आये फिर से वितामस कर रहा हर यत्न, दृढ है स्व-साहस सोचता...
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Sunday, January 10, 2021

नाग-यज्ञ

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वो बिल्ली  दूध का स्वाद  जानती है    एक काला साँप  उसके पास है   (साँप में लोच स्वाभाविक है ) जांघ पर लिपटा मृत सांप  नहीं जानता है कोई आदिम...
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Friday, December 25, 2020

निधि बोली — दैट इज सो क्यूट यार !

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  ( १ ) प्राक्कथन     मन्द - मन्द प्रवाह अनिल का   रूप गगन का — मनमोही रतनार   सौरभमयी पथों पर चहुँदिश    बिखरा हुआ था हरसिंगार...
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