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विद्रोह
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Sunday, December 30, 2012
बगावत अपने घर
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बगावत अमानत भेंट हुई है आज उस पाशविकता के जो आई है समाज के कण-कण में पसरे दानवता से और जब से वह अर्ध्स्फुट पुष्प गई है लोक-प...
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Tuesday, December 25, 2012
आ सजा लो मुंडमाल
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“फूल” थी वो, फूल सी प्यारी जब कुचली गयी थी वो बेचारी जीवन में पहली उड़ान लेती वो मगर तभी किसी ने काट लिए थे उसके पर हंगामे त...
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