tag:blogger.com,1999:blog-7469521435542377292.post1819085923230436224..comments2023-10-31T02:35:52.564-04:00Comments on बातें अपने दिल की : हे मान्यवर!ओंकारनाथ मिश्र http://www.blogger.com/profile/11671991647226475135noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-7469521435542377292.post-56614168438320813872013-06-28T18:30:37.183-04:002013-06-28T18:30:37.183-04:00शिखर जाने की इच्छा नहीं
मुझे सीढ़ी दर सीढ़ी
चढ़ना...शिखर जाने की इच्छा नहीं <br />मुझे सीढ़ी दर सीढ़ी<br />चढ़ना, गिरना, <br />उठना, संभलना<br />अच्छा लगता है<br /><br />वाह कितनी अच्छी बात कही ।और रसायन कितने महत्वपूर्ण हैं हमारे जीवन में ।<br />Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7469521435542377292.post-1787912870683696022013-06-21T22:48:27.979-04:002013-06-21T22:48:27.979-04:00स्वर्ग से ऐसा विमोह :-) स्वर्ग से ऐसा विमोह :-) Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7469521435542377292.post-48697859075762731342013-06-20T02:30:51.485-04:002013-06-20T02:30:51.485-04:00रसायनों से बनी है सारी सृष्टि, सहज भाव से अपने काम...रसायनों से बनी है सारी सृष्टि, सहज भाव से अपने काम किये जाने में भी मुक्ति है, ऐसा गीता में भगवान् ने कहा है. बहुत सुंदर रचना Neeraj Neerhttps://www.blogger.com/profile/00038388358370500681noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7469521435542377292.post-68288378460077651752013-06-19T11:36:29.066-04:002013-06-19T11:36:29.066-04:00Thought provoking. These lines are the best, '...Thought provoking. These lines are the best, 'बस इसलिए कि<br />ये सब करना मुझे अच्छा लगता है'<br /><br />We are doing it not for fear of bad but we want to. Concluding verse is just apt.Saru Singhalhttps://www.blogger.com/profile/12860642404643756746noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7469521435542377292.post-76302951263004903612013-06-19T08:49:54.134-04:002013-06-19T08:49:54.134-04:00सिर्फ सहज भाव से मुझे जीने की आदत दो और दिल से इसक...सिर्फ सहज भाव से मुझे जीने की आदत दो और दिल से इसकी इजाजत दो.... <br />देर से टिप्पणी के लिए माफ़ी.. राहुल https://www.blogger.com/profile/10291047869113788114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7469521435542377292.post-79929835072337661452013-06-19T01:34:11.612-04:002013-06-19T01:34:11.612-04:00बहुत सुन्दर निहार भाई........सहजता ही जीवन है भय य...बहुत सुन्दर निहार भाई........सहजता ही जीवन है भय या लोभ से स्वर्ग नहीं मिलने वाला।इमरान अंसारी https://www.blogger.com/profile/01005182448449326178noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7469521435542377292.post-5211606129896441552013-06-18T13:13:20.201-04:002013-06-18T13:13:20.201-04:00लेकिन प्रक्षेपित हो कर
शिखर जाने की इच्छा नहीं
म...लेकिन प्रक्षेपित हो कर<br />शिखर जाने की इच्छा नहीं <br />मुझे सीढ़ी दर सीढ़ी<br />चढ़ना, गिरना, <br />उठना, संभलना<br />अच्छा लगता है<br /><br />....बहुत सार्थक चिंतन और सोच....सदैव की तरह बहुत प्रभावी प्रस्तुति...Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7469521435542377292.post-50801185243990977122013-06-17T15:11:01.371-04:002013-06-17T15:11:01.371-04:00सुंदर और सार्थक भाव .....!!!!
सुंदर और सार्थक भाव .....!!!!<br /><br />Aditi Poonamhttps://www.blogger.com/profile/07454848082907747001noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7469521435542377292.post-86315702228386865702013-06-17T07:12:41.896-04:002013-06-17T07:12:41.896-04:00मुझे सीढ़ी दर सीढ़ी
चढ़ना, गिरना,
उठना, संभलना
अच्...मुझे सीढ़ी दर सीढ़ी<br />चढ़ना, गिरना,<br />उठना, संभलना<br />अच्छा लगता है<br /><br />सही कहा ..<br />बहुत सुन्दर भाव प्रस्तुत किये हैं , संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7469521435542377292.post-71417864262861159952013-06-16T22:41:44.410-04:002013-06-16T22:41:44.410-04:00सुंदर भाव. यदि पाप किये हैं तो सजा भी कबूल है. लेक...सुंदर भाव. यदि पाप किये हैं तो सजा भी कबूल है. लेकिन भय में क्यों जीना.<br /><br />बहुत सुंदर प्रस्तुति. रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7469521435542377292.post-18575712782966496712013-06-16T04:38:53.807-04:002013-06-16T04:38:53.807-04:00जो ही है बस यही इक पल है ...
सच ही तो है ... भ्रह्...जो ही है बस यही इक पल है ...<br />सच ही तो है ... भ्रह्म की स्थिति में समय खराब करने से अच्छा जीना है ... जो है को छोड़ के जो नहीं के पीछे जाने का क्या मतलब ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7469521435542377292.post-55837440148736237002013-06-15T14:03:51.564-04:002013-06-15T14:03:51.564-04:00सुन्दर - सार्थक पोस्ट .आभार .
हम हिंदी चिट्ठाकार...सुन्दर - सार्थक पोस्ट .आभार .<br /><a href="http://www.facebook.com/HINDIBLOGGERSPAGE" rel="nofollow">हम हिंदी चिट्ठाकार हैं</a><br /><a href="http://bhartiynari.blogspot.com" rel="nofollow"> भारतीय नारी </a><br />Shikha Kaushikhttps://www.blogger.com/profile/12226022322607540851noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7469521435542377292.post-60012434982890183452013-06-15T13:59:39.611-04:002013-06-15T13:59:39.611-04:00वाह बहुत खूब वाह बहुत खूब सु-मन (Suman Kapoor)https://www.blogger.com/profile/15596735267934374745noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7469521435542377292.post-4902755753493188252013-06-15T10:50:04.614-04:002013-06-15T10:50:04.614-04:00. बहुत सुन्दर भावों की अभिव्यक्ति आभार . मगरम.... बहुत सुन्दर भावों की अभिव्यक्ति आभार <a href="http://shalinikaushik2.blogspot.com" rel="nofollow">. मगरमच्छ कितने पानी में ,संग सबके देखें हम भी . </a> आप भी जानें <a href="http://shalinikaushikadvocate.blogspot.com" rel="nofollow">संपत्ति का अधिकार -४.</a>नारी ब्लोगर्स के लिए एक नयी शुरुआत आप भी जुड़ें <a href="http://woman-man2.blogspot.com" rel="nofollow">WOMAN ABOUT MAN क्या क़र्ज़ अदा कर पाओगे?</a><br />Shalini kaushikhttps://www.blogger.com/profile/10658173994055597441noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7469521435542377292.post-33151036891119771102013-06-15T10:40:36.214-04:002013-06-15T10:40:36.214-04:00 हे मान्यवर!
अगर मेरा कोई पाप है
तो मैं पाप की सार... हे मान्यवर!<br />अगर मेरा कोई पाप है<br />तो मैं पाप की सारी सजा<br />अपने सर लूँगा<br />कांटो पर सोऊंगा<br />गरम तेल में तल जाऊँगा<br />ओखल में कुट जाऊँगा<br />लेकिन मैं पाप नहीं धुलवाउंगा<br />क्योंकि मुझे निर्वाण<br />सजायाफ्ता होकर ही मिलेगा<br />मुझे स्वर्ग का रास्ता मत दिखाओ------<br /><br />वाह भाई जी कितनी सहजता से वर्तमान के सच को उजागर<br />कर दिया है<br />अदभुत रचना<br />सादर<br /><br />आग्रह है- पापा ---------Jyoti kharehttps://www.blogger.com/profile/02842512464516567466noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7469521435542377292.post-88988002752180192332013-06-15T09:24:19.675-04:002013-06-15T09:24:19.675-04:00हे मान्यवर!
इस देह में
अच्छाई है, बुराई है
प्रेम ह...हे मान्यवर!<br />इस देह में<br />अच्छाई है, बुराई है<br />प्रेम है, क्रोध है<br />लोभ है, त्याग है<br />लेकिन प्रक्षेपित हो कर<br />शिखर जाने की इच्छा नहीं <br />मुझे सीढ़ी दर सीढ़ी<br />चढ़ना, गिरना, <br />उठना, संभलना<br />अच्छा लगता है<br /><br />सही कहा ...सहज भाव से जीवन जीना चाहिए ....Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7469521435542377292.post-24778556268247527592013-06-15T09:21:08.407-04:002013-06-15T09:21:08.407-04:00आपके पोस्ट को पढ़ कर सोच में हूँ ....
ऊपरवाला भी स...आपके पोस्ट को पढ़ कर सोच में हूँ ....<br />ऊपरवाला भी सोच में जरूर होगा ....<br />आपने तो चुनौती दे डाली ....विभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7469521435542377292.post-42468045761095123682013-06-15T08:20:35.069-04:002013-06-15T08:20:35.069-04:00बहुत सुन्दर भाव प्रस्तुत किये हैं , जीवन जीने का ...बहुत सुन्दर भाव प्रस्तुत किये हैं , जीवन जीने का ढंग से अपने विवेक से ही निर्णय करना व्यक्तित्व और सोच को उजागर करता है .<br /><br />रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7469521435542377292.post-14403831551542065442013-06-15T07:53:16.349-04:002013-06-15T07:53:16.349-04:00सुंदर लिखा आपने निहार जी
मेरे ब्लॉग पर भी आयें और...सुंदर लिखा आपने निहार जी <br />मेरे ब्लॉग पर भी आयें और अपने विचार दें धन्यवाद <br /><br /><a href="http://hinditech4u.blogspot.in/2013/06/mozilla-firefox.html" rel="nofollow">mozilla firefox की ब्राउज़िंग की स्पीड बढाएं इस ट्रिक से</a><br />Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7469521435542377292.post-14889360225766107272013-06-15T07:40:38.952-04:002013-06-15T07:40:38.952-04:00सही कहा है ..सहज रूप से तो हर क्षण अभी और यहीं जीव...सही कहा है ..सहज रूप से तो हर क्षण अभी और यहीं जीवन है ..सांस लेता हुआ.. प्रलोभनों पर इस क्षण को जाया करना मूर्खता ही तो है..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.com